दीपावली के इस शुभ अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को ध्यान मैं रखते हुए दीपावली मनाएं और कम से कम प्रदुषण करने की कोशिश करें आपकी यह कोशिश कई बुजुर्गों को जीवनदायनी वायु प्रदान कर सकती है जिन्हें इस धुँए से परेशानी होती है कृपया ध्यान रख्खें क्यों की ये बुजुर्ग हमारे सम्मानीय अवं पूज्यनीय लोग है जिन्होंने हमें इस धरती पर रहना और जीना सिखाया है इसलिए पर्यावरण के साथ साथ अपने बुजुर्गो की सेहत का भी ख्याल रख्खे इसी आशा के साथ आप सभी को दीपेवाली की ढेर सारी शुभ कामनाएं
याद रहे पर्यावरण से ही हमारा जीवन जुदा है इसलिए इसे स्वच्छ रखना भी हमारी जिम्मेदारी है
धन्यवाद
आपका आशीष त्रिपाठी
Saturday, October 17, 2009
Monday, October 5, 2009
बहुत देर हो चुकी है दोस्तों .......
अभी हाल मैं ही आया भूकंप और सुनामी धरती पर तबाही मचा रहा है कई लोगो की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए है ऐसी ही कई प्राकृतिक आपदाएं हमारे सामने आएँगी और हमें उनका सामना करना होगा ......इस समय दक्षिण भारत बाढ़ से जूझ रहा है हमारे हजारों भाई बहने मुसीबत से लड़ रहे हैं .......इस घटना से हमें सीख लेना चाहिए की अब धरती की सहने की सीमा समाप्त हो चुकी है .....दोस्तों ये चेतावनियाँ हमें बार बार समझा रही हैं की अभी भी समय है संभल जाओ ........आगे आपकी मर्जी
धन्यवाद
आपका सबका शुभचिंतक
आशीष त्रिपाठी (महासचिव) 'ओशन ' इटावा
धन्यवाद
आपका सबका शुभचिंतक
आशीष त्रिपाठी (महासचिव) 'ओशन ' इटावा
Saturday, October 3, 2009
सावधान हो जाइये ...........
अभी हाल ही मैं भूकंप की घटना सामने आई है
वैज्ञानिकों का कहना है की उत्तर भारत मैं भी ८.० रिक्टर तक तीब्रता वाले भूकंप आने की संभावना जताई जा रही है और ये भूकंप कभी भी आ सकता है
मित्रो ये संकेत हम सबके लिए शुभ नही है अगर ऐसा हुआ तो बहुत ही ज्यादा नुक्सान हो सकता है इसलिए हमे सतर्क रहने की बहुत आवश्यकता है
आज जल के अति दोहन और पर्यावरण को अति से ज्यादा नुकसान पंहुचा कर हमने ख़ुद ही ये स्थति उत्पन्न कर दी है अब हमारे हाथ मैं कुछ नही है सिवा पछताने के और मूक दर्शक बनकर सारा विनाश देखने के
अभी भी समय है बचा लीजिये इस प्रथ्वी को .........वरना हमारी आने वाली नस्लें हमे कभी माफ़ नही करेंगी
आइये मेरे इस पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान मैं आप भी शामिल हो जाइये
धन्यवाद .
वैज्ञानिकों का कहना है की उत्तर भारत मैं भी ८.० रिक्टर तक तीब्रता वाले भूकंप आने की संभावना जताई जा रही है और ये भूकंप कभी भी आ सकता है
मित्रो ये संकेत हम सबके लिए शुभ नही है अगर ऐसा हुआ तो बहुत ही ज्यादा नुक्सान हो सकता है इसलिए हमे सतर्क रहने की बहुत आवश्यकता है
आज जल के अति दोहन और पर्यावरण को अति से ज्यादा नुकसान पंहुचा कर हमने ख़ुद ही ये स्थति उत्पन्न कर दी है अब हमारे हाथ मैं कुछ नही है सिवा पछताने के और मूक दर्शक बनकर सारा विनाश देखने के
अभी भी समय है बचा लीजिये इस प्रथ्वी को .........वरना हमारी आने वाली नस्लें हमे कभी माफ़ नही करेंगी
आइये मेरे इस पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान मैं आप भी शामिल हो जाइये
धन्यवाद .
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